Friday, April 17, 2020

Bodhuya Amar Chokhe Jol Eneche Hai(Robindranath Tagore)

বঁধুয়া আমার চোখে জল এনেছে হায়, বিনা কারণে

©Copyright-Robindra Sangeet


বঁধুয়া আমার চোখে জল এনেছে হায়, বিনা কারণে
নীল আকাশ থেকে একি বাজ হেনেছে হায় বিনা কারণে ।।
 
দিনে দিনে মূল্য বিনে, 
সে যে আমায় নিল কিনে।।
এ মনে যতন করে বিফল প্রেমে বীজ বুনেছে হায় বিনা কারনে।।
নীল আকাশ থেকে একি বাজ হেনেছে হায়, বিনা কারণে ।।
 
আমি তো খুজি কারণ,
মন আমায় করে বারণ
বলে কেন এমন মরন বিনা কারনে।।
আমি বাদী, আমি বিবাদী কোথাও উধাও অপরাধী।।
কেনো সেই রুপের আলো বুকে জ্বেলে আছি বেঁচে হায় বিনা কারনে।।
নীল আকাশ থেকে একি বাজ হেনেছে হায় বিনা কারণে ।।

Hindi Translation:

लानत है यह मेरी आँखों में पानी लाता है, बिना किसी कारण के
नीले आकाश से बिजली बिना कारण है।
 
दिन पर दिन,
उसने मुझे एक कील खरीदी।
इस तरह, जितना असफलता का बीज प्रेम में बोया गया है।
नीले आकाश से केवल बिजली, बिना किसी कारण के है।
 
मैं ढूंढ रहा हूं
मन मुझे मना करता है
बिना कारण के ऐसी मौत क्यों कहें।
मैं वादी हूं, मैं कहीं न कहीं विवाद का अपराधी हूं।
क्योंकि उस रूप का प्रकाश मैं बिना किसी कारण छाती में जला रहा हूं।
नीले आकाश से बिजली बिना कारण है।
 

©Copyright-Robindra Sangeet
 

No comments:

Post a Comment